ॐ जल की योगिनी पालै कलका नामा। जिस पै भेजूं तिस पै लाग। सोते सुख ना बैठे सुख। फिर फिर देखो हमारा मुख। मेरी बांधी जो छूटे। तो बाबा नाहर सिंह की जटा टूटे। We also use third-occasion cookies that help us examine and understand how you use this Internet https://vashikaran18405.techionblog.com/32363213/vashikaran-an-overview