इसके बाद सर पर जालीदार टोपी धारण कर एकांत वाले कमरे में नमाज पढ़ने की अवस्था में बैठ जाए. ध्यान की वजह से आपके शरीर और मस्तिष्क के बीच सही कनेक्शन बनता है, उर्जा का प्रवाह सुचारू होता है और साथ ही आप अपने चित को किसी भी परिस्थिति के https://free-kundali01110.dreamyblogs.com/32714219/considerations-to-know-about-how-to-do-vashikaran-kaise-hota-hai